उत्तरकाशी में उत्तराखंड डिजास्टर रिकवरी प्रोजेक्ट के भू-वैज्ञानिकों ने आपदा से प्रभावित गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। इस टीम में मौजूद भूगर्भ वैज्ञानिक और स्कोप स्टेबलाइजेशन एक्सपर्ट ने मस्ताड़ी गांव के सर्वे के बाद जियो फिजिकल और जियो टेक्निकल सर्वे की बात कही है। भूगर्भ वैज्ञानिकों ने बताया कि गांव में 1991 के भूकंप के समय प्राकृतिक स्रोतों ने अपना रास्ता बदला था और वह अब अपनी जगह बनाकर घरों से बाहर निकल रहा है, साथ ही कहा कि कंकराड़ी गांव में भी भूकंप का तेज झटका बड़ा खतरा बन सकता है।