मध्य प्रदेश में एक बंदर की मौत चर्चा का विषय बन गई है। जहां इंसानियत और मानवता की अनूठी मिशाल पेश की गयी। दअरसल, मध्य प्रदेश के राजगढ़ स्थित एक गांव में बंदर की मौत हो गई थी और मौत के बाद गांव वालों ने जो किया, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। डालूपुरा गांव के सरपंच अर्जुन सिंह ने बताया कि उनके गांव में करीब दो सप्ताह पहले एक बंदर आया था, जो काफी बीमार था। उन्होंने बताया की गांव वाले उसे इलाज के लिए राजगढ़ भी ले गए, लेकिन वह बच नहीं सका।जिसके चलते पूरा गांव दुखी हो गया। आपको बता दें की बन्दर की मौत के बाद , सभी कार्यक्रम रीति रिवाज़ों के साथ किये गए ।चाहे बंदर की शव यात्रा निकालना हो या , उज्जैन ले जाकर हिंदू रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार करना । यहां तक की गांव वालों ने मुंडन तक करवाया और उसकी अस्थियों को ले जाकर शिप्रा नदी में विसर्जित किया।