शहीद दिवस पर शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वक्ताओं ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की बुनियाद रहे इन शहीदों की आत्माएं हमेशा हर भारतीय के दिल में जीवित रहेंगी।
बुधवार को कच्चाहारी कुटी में आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस दौरान हुई गोष्ठी में स्वामी गुरुकुलानंद कच्चाहारी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय अंग्रेजी प्रशासन इतना भयभीत और डर गया था कि क्रांतिकारी जेल तोड़ सकते हैं, इसलिए आज ही के दिन 91 साल पहले 23 मार्च 1931 की सायं सात बजे देश के तीन सपूतों शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को फांसी के तख्ते पर लटका दिया था।