केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कमेटी के निर्देश पर प्रदूषण को कम करने के लिए उद्योगों पर लगाए गए प्रतिबंध चावल उद्योग के लिए असहनीय होते जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में करीब पांच सौ से अधिक राइस मिलें चार दिनों से बंद हैं, जिसमें हर रोज करीब 80 करोड़ रुपये की बिक्री का नुकसान हो रहा है। इसे लेकर हरियाणा राइस एक्सपोर्र्ट्स एसोसिएशन ने बैठक की। जिसमें कहा गया कि राइस मिलों में प्रयोग होने वाला छिलका ईंधन जैविक है। सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते कहा कि सरकार बताए कि छिलका ग्रीन फ्यूल (जैविक ईंधन) है या नहीं। यदि जैविक ईंधन है तो वह अपना राइस मिल बंद नहीं करेंगे। सरकार ने प्रतिबंधों को वापस नहीं लिया तो एसोसिएशन सख्त आंदोलनात्मक निर्णय लेने पर बाध्य होगी।