हरिद्वार में 2021 लगते ही अखाड़ों की तमाम धार्मिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं समाज परंपरा के अग्नि अखाड़े के सचिव और दक्षिण काली पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी अब निरंजनी अखाड़े में शामिल हो गए हैं जल्द ही उन्हें सन्यासी संतों के निरंजनी अखाड़े में आचार्य महामंडलेश्वर बनाया जाएगा स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी को अब स्वामी कैलाशानंद गिरी के नाम से जाना जाएगा हरिद्वार में कनखल के शंकराचार्य आश्रम में उन्हें निरंजनी अखाड़े की दीक्षा दी गई। आगामी 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन आचार्य महामंडलेश्वर पद पर उनका पट्टाभिषेक होगा।