बागेश्वर उपचुनाव अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही, कांग्रेस ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। अध्यक्ष करन माहरा और यशपाल आर्य यहां नामांकन के दिन से ही डटे हैं। अब 29 अगस्त से हरीश रावत भी चार दिन के लिए बागेश्वर पहुंच रहे हैं।उत्तराखंड में उपचुनावों के इतिहास से सबक लेते हुए कांग्रेस बागेश्वर उपचुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही कारण है कि उपचुनाव की घोषणा के दिन से ही प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य लगातार बागेश्वर में मोर्चा संभाले हुए है।इस बीच वहां प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी पहुंच चुके हैं। साथ ही पार्टी कई विधायकों को भी चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी दे चुकी है। अब चुनाव प्रचार के अंतिम चरण के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत भी 29 अगस्त से वहां पहुंच रहे हैं।
हरीश रावत लगातार चार दिन बागेश्वर में प्रचार करेंगे। मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने आरोप लगाया कि बागेश्वर में प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को स्वतंत्र होकर प्रचार करने तक से रोक रहा है, इसके बावजूद वहां कांग्रेस शानदार जीत दर्ज करेगी।