कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत के प्रति नरम रुख बरकरार है। मंगलवार को अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके किसी के साथ मतभेद हो सकते हैं, मगर मनभेद नहीं। यदि कोई आत्मा को दुखा दे तो उसी से मतभेद हो सकता है। कुछ लोग हैं, जिन्होंने मेरी आत्मा को दुखाया है, लेकिन उनमें हरीश रावत नहीं हैं। हरीश रावत से मनभेद नहीं है, मतभेद हो सकते हैं।
कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के साथ तनातनी के सवाल पर हरक ने कहा कि सत्याल सामान्य रूप से बोर्ड के चेयरमैन थे। वह पार्टी की दया पर बने थे। सरकार ने उन्हें बनाया। उन्होंने कहा कि वह छोटे व्यक्ति से नहीं लड़ते, इसीलिए सत्याल के खिलाफ कभी टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि बोर्ड के मामले में कहीं भी कुछ गड़बड़ होती तो आज वह जेल में होते।