रुद्रपुर: अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने विकास भवन में अधिकारियों के साथ स्पेशल कंपोनेंट प्लान में किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के साथ कुछ दिन पहले बाजपुर में जो कुछ हुआ था, वह निराशाजनक था। यह मामला अनुसूचित आयोग में दर्ज हो चुका है। इस मामले में पुलिस की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। इस मामले में डीजीपी से आख्या रिपोर्ट मांगी गई है। आयोग के उपाध्यक्ष गोरखा ने बुधवार को समीक्षा बैठक में कहा कि जब इंटनेट मीडिया में कार्यक्रम से पहले ही आर्या का विरोध करने का वीडियो वायरल हुआ था तो पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सक्रिय हो जाना चाहिए था। पुलिस किसी के दवाब में न आकर संविधान के तहत कार्रवाई करनी चाहिए । कहा कि सरकार किसी की भी हो, मगर कानून का पलड़ा भारी होना चाहिए।