जोशीमठ शहर पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. भू-धंसाव के कारण शहर में दरारें और चौड़ी होने के कारण स्थितियां गंभीर दिखाई देने लगी हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपदा सचिव रणजीत सिन्हा स्वयं विशेषज्ञों की टीम लेकर गुरुवार जोशीमठ के लिए रवाना होंगे. यह टीम जोशीमठ में 2 दिनों तक शहर में भू-धंसाव के हर पहलुओं का अध्ययन करेगी. साथ ही आम लोगों से भी बात कर समस्या को जानने की कोशिश करेगी. वहीं, उत्तराखंड बीजेपी ने जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन और नुकसान का आकलन करने के लिए 14 सदस्यीय समिति का गठन किया है.