चम्पावत : सीमांत तल्लादेश क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए खुला आइटीआइ बंद होने से विद्यार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आइटीआइ का अपना भवन बनने के बाद भी कक्षाओं का संचालन न होने से क्षेत्रवासियों में आक्रोश है। लोगों ने शीघ्र आइटीआइ का संचालन फिर से शुरू करने की मांग की है।
वर्ष 2015 में मंच में आइटीआइ को स्वीकृति मिलने के बाद उसका संचालन इंटर कालेज भवन में किया गया। यहां इलेक्ट्रिकल और कोपा ट्रेड चलाए गए। कंप्यूटर आपरेटर एंड प्रोगामिग असिस्टेंट (कोपा) ट्रेड में 20 से अधिक छात्रों ने प्रवेश लिया। चार साल तक आइटीआइ इंटर कालेज में चलने के बाद इसका भवन भी स्वीकृत हो गया, लेकिन वर्ष 2017 में आइटीआइ को बंद कर दिया गया। जबकि इसके भवन का निर्माण कार्य 2018 में पूरा हुआ। लाखों रुपये की लागत से अना आइटीआइ भवन अब देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त होने लगा है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता शेर सिंह महर, मंच के ग्राम प्रधान दीपक सिंह, दलीप सिंह, भाजपा मंडल महामंत्री महेश जोशी, कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पूर्व प्रधान प्रह्लाद सिंह, महा सिंह, दान सिंह आदि ने सरकार से बंद पड़े आइटीआइ को फिर से संचालित करने की मांग की है। उनका कहना है कि आइटीआइ भवन निर्माण के लिए ग्रामीणों ने अपनी कीमती जमीन दान में दी थी, लेकिन भवन बनने के बाद भी आइटीआइ का संचालन नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि आइटीआइ का संचालन नहीं होने से यहां के छात्रों को तकनीकी शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। इधर मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि कैलाश गहतोड़ी ने बताया कि उप चुनाव संपन्न होने के बाद इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाएंगे