कोटद्वार: ऐतिहासिक कण्वाश्रम में पर्यटन विकास के नाम पर बनाई गई कोई भी सरकारी योजना आज तक धरातल पर नहीं उतर पाई है। इन दिनों इस साइफन से गिर रहे पानी को देखने के लिए कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आमजन पहुंच रहा है। ऐतिहासिक कण्वाश्रम में पर्यटन विकास के नाम पर राज्य गठन के बाद से आज तक तमाम योजनाएं बनी। लेकिन, कोई भी योजना सरकारी फाइलों से बाहर नहीं आ पाई। केंद्र सरकार की योजनाएं भी आज तक फाइलों में ही दबी हुई हैं। 2018 में केंद्र सरकार ने कण्वाश्रम को देश के स्वच्छ आइकानिक स्थल की सूची में शामिल किया था। जिसके तहत केंद्र सरकार को कण्वाश्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सफाई व्यवस्था बनाने के साथ ही ढांचागत सुविधाओं का भी विकास करना था। लेकिन, तीन वर्ष बीतने के बाद भी आज तक यह विकास कहीं नजर नहीं आया है।