हरिद्वार। रामलीला ओं के बाद शुक्रवार को धूमधाम से दशहरा मनाया गया इस दौरान कई जगह मेले लगे तो कहीं सूक्ष्म रूप से रावण का पुतला दहन कर दशहरे का आयोजन किया गया। जूना अखाड़ा एवं नगर कोतवाली के निकट आयोजित हो रही बड़ी रामलीला में अहंकार पर सदाचार की विजय का संदेश देते हुए रावण, मेघनाथ और कुंभकरण को मुक्तिधाम भेजकर माता सीता के धैर्य और साहस को सार्थकता प्रदान की। भाई विभीषण का अपमान ही रावण की मृत्यु का कारण बना जबकि श्रीराम ने अयोध्या की बिना जन और धन हानि किए भालू और बंदरों की सेना बनाकर लंका पर विजय प्राप्त कर मानवता के संरक्षण का सूत्रपात किया। श्रीरामलीला सम्पत्ति कमेटी ट्रष्ट के अध्यक्ष गंगा शरण मददगार एवं श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा के सानिध्य में प्रेरणादायी दृश्यों तथा जीवन जीने की कला सिखाने वाले संदर्भों के साथ सकुशल संपन्न हुई रामलीला में आज रामादल के साथ मेघनाद का भीषण युद्ध तथा वाद्य यंत्रों की ध्वनि गर्जना के बीच त्रेताकालीन सभ्यता से संपन्न हुए राम-रावण युद्ध ने रामलीला के इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित किया। रामानंद सागर के रामायण सीरियल को मात देने मेघनाथ एवं राम- रावण युद्ध देख दर्शकों ने अपने अतीत पर गौरवान्वित होते हुए मुक्त कंठ से आयोजकों की सराहना की। सनातन धर्म एवं संस्कृति में मर्यादा एवं चरित्र निर्माण का संदेश देने वाले श्रीराम की पात्रता का निर्वाह साहिल मोदी ने तथा अपने अहंकारी जीवन से भगवान के हाथों मुक्ति पाने वाले रावण के किरदार का निर्वहन शिक्षक मनोज सहगल ने किया। 12 दिन तक चले इतने वृहद आयोजन को अनुशासित ढंग से सकुशल संपन्न कराने में वालों मुख्य दिग्दर्शक भगवत शर्मा मुन्ना, महामंत्री महाराज कृष्ण सेठ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील भसीन ,संपत्ति कमेटी ट्रस्ट के मंत्री रविकांत अग्रवाल, श्रीरामलीला कमेटी रजि. के कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल ,मंत्री डॉ संदीप कपूर, प्रेस प्रवक्ता विनय सिंघल ,पवन शर्मा ,राहुल वशिष्ठ ,ऋषभ मल्होत्रा, मनोज वेदी ,महेश गौड़ ,विशाल गोस्वामी, दर्पण चड्ढा, रमेश खन्ना ,सुरेंद्र अरोड़ा ,रमन शर्मा ,अनिल सखूजा ,वीरेंद्र गोस्वामी, मयंक मूर्ति भट्ट तथा गोपाल छिब्बर सहित अन्य शामिल रहे।