हरिद्वार । विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्था शांतिकुंज में सादगी से होली मनाई गयी। इस दौरान गोबर के कंडों से सजाई गयी होलिका जलाई गयी। होलिका दहन के दौरान आधे से अधिक कार्यकर्त्ताओं ने आनलाइन प्रतिभाग किया। प्रशासन द्वारा निर्धारित अनुशासनों का पालन करते हुए शांतिकुंज व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिवार ने मिलकर समरसता का पर्व का एक दूसरे को बधाई दी। प्रमुखद्वय डॉ पण्डया एवं शैलदीदी ने सभी को यज्ञ भस्म एवं गुलाल भेंट किया।
पर्व पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी ने पर्व का संदेश भी वर्चुअल ही दिये। उन्होंने अपने संदेश में पर्व की प्रेरणाओं के साथ बढ़ते कोरोना से सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि होली सौहार्द्र के साथ मनाना चाहिए। जाति, वर्ग भेद के उन्मूलन का महापर्व है- होली। होली के अवसर पर दुर्भावों को मिटाने के लिए आगे आने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणत्व (समाज हित में निःस्वार्थ भाव से कार्य करने वाला) के अभिवर्द्धन के लिए पूज्य गुरुदेव ने जो सूत्र दिया है, यह पर्व-आयोजन उस दिशा में एक सार्थक पहल है। डॉ. पण्ड्या ने कहा इस वर्ष अश्लीलता उन्मूलन को व्यापक आन्दोलन बनाया जा रहा है।