DevBhoomi Insider Desk • Fri, 1 Oct 2021 8:35 am IST
अखाड़ों के सानिध्य में उछाली आश्रम में मनाया गया गुरू स्मृति पर्व
हरिद्वार। श्री गुरु सेवक उछाली आश्रम में गुरु स्मृति पर्व सभी तेरह अखाड़ों के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर संत समाज ने साकेतवासी महंत नरसिंह दास महाराज को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें दिव्य महापुरुष बताया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव महंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत नरसिंह दास महाराज का जीवन निर्मल जल के समान था। बाबा हठयोगी दिगंबर ने कहा कि महापुरुषों का जीवन सदैव ही परोपकार को समर्पित रहता है। साकेतवासी महंत नरसिंह दास महाराज एक महान संत एवं उच्च कोटि के विद्वान थे। उछाली आश्रम के अध्यक्ष श्रीमहंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि महापुरुष केवल शरीर त्यागते हैं। उनका आदर्श पूर्ण जीवन समाज के लिए सदैव प्रेरणादायी होता है। पूज्य गुरुदेव साकेतवासी महंत नरसिंह दास महाराज के अधूरे कार्यों को पूर्ण करना ही मेरे जीवन का मुख्य उद्देश्य है और उनके द्वारा जो भी सेवा प्रकल्प प्रारंभ किए गए थे। उनमें निरंतर बढ़ोतरी कर वैष्णव परंपराओं का निर्वहन करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत नरसिंह दास महाराज ने जीवन पर्यंत गरीब असहाय लोगों की मदद की और गो एवं गंगा संरक्षण के लिए सदैव ही समाज को जागृत किया। उनके द्वारा गंगा तट से प्रारंभ किए गए सेवा प्रकल्प आज भी समाज कल्याण में योगदान प्रदान कर रहे हैं। अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़े के श्री महंत राम किशोर दास शास्त्री महाराज ने कहा कि महंत नरसिंह दास महाराज एक तपस्वी संत थे। उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण कर श्रीमहंत विष्णुदास महाराज आज संत समाज की सेवा कर रहे हैं। इस अवसर पर महंत रघुवीर दास, महंत प्रह्लाद दास, महंत प्रमोद दास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, महंत श्रवण मुनि, महंत दुर्गादास, महंत सूरज दास, महंत प्रेमदास, महंत सुतीक्ष्ण मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महंत कमल दास, महंत श्याम प्रकाश, महंत पुनीत दास, नितिन सेठ, चांद सेठ, बृजमोहन सेठ, सुरेंद्र नागपाल, कुणाल नागपाल, ममता, ज्योति, आर्यन, तानिया अनेजा, रश्मि अनेजा, जितेंद्र अनेजा, सहित बड़ी संख्या में संत महंत उपस्थित रहे।