जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा बीते महीनों में ग्राम पंचायतों में किए गए भ्रमण कार्यक्रमों के दौरान ग्रामीणों द्वारा दर्ज की गई समस्याओं एवं शिकायतों की समीक्षा की। अफसरों से समस्याओं की जानकारी ली और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए गए। कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक लेते जिलाधिकारी ने कहा कि आम जनता की समस्याओं का समाधान एवं सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन जन तक पहुंचाने को लेकर किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। कहा कि सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम में रोस्टरवार अधिकारियों को महीनेवार ग्राम पंचायतें आवंटित कर उन ग्राम पंचायतों में उनके द्वारा बैठकें आयोजित कर ग्रामीणों द्वारा दर्ज समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने समीक्षा करते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि समाज के अंतिम छोर में रहने वाले लोगों को सरकारी योजनाओं को पर्याप्त लाभ मिल सके। उनकी हर समस्या हल हो। कहा कि ग्रामीणों द्वारा जो समस्याएं दर्ज होती हैं उनका हर संभव समाधान किया जाना चाहिए। इसके लिए शिकायतों का डाटा तैयार किया जाएगा।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि ग्राम पंचायत कोटी में आयुष्मान कार्ड न बनने की बात सामने आई है जिसके लिए उन्होंने मंगलवार को गांव में कैंप लगाने के निर्देश दिए। कोटी में ग्रामीणों को मुआवजा न मिलने की शिकायत पर भी कैंप के माध्यम से छूटे परिवारों को मुआवजा देने की दिशा में कार्यवाही के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान यह भी प्रकाश में आया है कि कई स्कूलों में गैस कनेक्शन उपलब्ध नहीं है इसके लिए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी/जिला शिक्षा अधिकारी को ऐसे विद्यालयों की सूची तैयार करते हुए उसके लिए बजट की मांग करते हुए प्रस्ताव उपलब्ध करने के निर्देश दिए।
जिला योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिला योजना में जिन विभागों द्वारा अभी तक धनराशि व्यय नहीं की गई है, संबंधित विभाग अवशेष धनराशि को प्राथमिकता से व्यय करें। इसके लिए जो भी कार्य किए जाने हैं उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ करते हुए तथा उन पर व्यय की गई धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को उपलब्ध कराएं। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी कल्याणी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, जखोली भगत सिंह फोनिया, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रामप्रकाश सहित सभी जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद थे।