ताड़ीखेत विकासखंड के स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य के लिए चयनित विभिन्न गांवों को चार साल बाद भी धनराशि अवमुक्त नहीं हो सकी है। संबंधित गांवों के पचांयत प्रतिनिधियों के शिष्टमंडल ने इस संबंध में अल्मोड़ा में मुख्य विकास अधिकारी से मुलाकात कर जल्द धनराशि अवमुक्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। शिष्टमंडल ने सीडीओ को अवगत कराया स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य के लिए साल 2017-18 में ताड़ीखेत ब्लॉक के 10 गांवों का चयन हुआ। जिसमें सहयोगी संस्था हिमालयन आर्गेनाइजेशन फॉर प्रोटेक्टिंग एन्वायरन्मेंट (होप) पिलखोली द्वारा गांवों की विस्तृत परियोजना आख्या तैयार कर जिला परियोजना प्रबंधन इकाई, स्वजल परियोजना अल्मोड़ा को सम्मिलित किया था।