उत्तराखंड में धर्मांतरण का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है. पहले कुमाऊं और अब गढ़वाल में लगातार धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं. बीते दिनों उत्तरकाशी के पुरोला में हुए धर्मांतरण से जुड़े बवाल के बाद धामी सरकार भी इस बात को समझ रही है कि इन छिटपुट घटनाओं से राज्य की छवि धूमिल हो रही है. इतना ही नहीं तेजी से धर्मांतरण कानून की तरफ आगे बढ़ रही सरकार के सामने विपक्ष को संभालना भी एक बड़ी चुनौती है.
हाल फिलहाल में उत्तरकाशी जिले के पुरोला में एक गांव में कथित रूप से धर्मांतरण की खबर सामने आई. जब पुरोला में रह रही एक महिला को एक मिशनरी से जुड़े लोग यह कहकर प्रलोभन दे रहे थे कि उनके घर में होने वाली शादी का पूरा खर्च हम लोग उठाएंगे. जिसके बाद लगातार कुछ लोग नेपाली मूल की महिला के संपर्क में आकर उसे प्रलोभन देने की पेशकश कर रहे थे. जैसे ही यह खबर गांव के कुछ लोगों को लगी, वैसे ही इस मामले ने तूल पकड़ लिया.