यह जानना बेहद जरुरी है कि क्या हाथों के नाखूनों को रगड़ने से वाकई बाल झड़ना (Hair fall) दूर हो जाते हैं। या फिर यह केवल एक तरह का मिथ है, तो आइए जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट क्या कहते हैं। -
हेयर ट्रांसप्लांट सेंटर के डर्मटोलॉजिस्ट डॉ धनंजय चव्हाण कहते हैं कि यह एक पुरानी पद्धति है। जिसे योगा थेरेपी भी कहा जा सकता है। बहुत सारे लोग इस पर विश्वास करते हैं। इसे हम ‘बालायाम योग’ (Balayam Yoga) कह सकते हैं। इसमें आप दोनों हाथों के नाखूनों को आपस में रगड़ते हैं। विदेशों में इसे लोग एक्यूप्रेशर थेरेपी (Acupressure therapy) के नाम से जानते हैं। इसी तरह एफआईएसएचआरएस (Fellows Of The International Society Of Hair Restoration Surgery) के सदस्य और प्लास्टिक सर्जन डॉ. अनिल गर्ग का कहना है कि बालायाम वास्तव में एक क्रिया है। जब हम इसे श्वसन से जोड़ देते हैं, तो यह एक योगासन बन जाता है। किसी भी तरह के योग से स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि फायदा ही होता है। वीमेन हेल्थ रिसर्च फाउंडेशन की संस्थापक और योग गुरु नेहा के मुताबिक, बालायाम दो शब्दों से बना है, बाल और व्यायाम से। इसे हम बालों का व्यायाम कह सकते हैं। यह एक तरह की एक्सरसाइज है, जिसमें हम अपने नाखूनों को आपस में रगड़ते हैं। डॉ. धनंजय चव्हाण का कहना है कि हमारे शरीर में पाई जाने वाली एडल्ट स्टेम सेल हमारे बालों की ग्रोथ, बालों को काला करने और बालों की हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। जब हम नाखूनों को आपस में रगड़ते हैं तब शरीर के कुछ रसायन मस्तिष्क में सक्रिय हो जाते हैं। यह रसायन एडल्ट स्टेम सेल एक्टिव करने का काम करते हैं। जिसके चलते स्टेम सेल डैमेज हेयर फॉलिकल को रिपेयर करने का काम करते हैं। इसके अलावा एक थेरेपी ऑफ़ रिफ्लेक्सोलॉजी होती है। जिसके मुताबिक, नाखूनों को रगड़ने से इसमें पाए जाने वाले नर एंडिंग (Nar Ending) एक्टिव हो जाते हैं। जो ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने का काम करते हैं। इससे हमारे बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। हालांकि, यह एक लंबी प्रक्रिया है। कई लोग दो-तीन साल तक ऐसा करते हैं।