उत्तरकाशी : टोंस घाटी के सीमांत मोरी तहसील के अलग अलग गांवों में हो रहे भूस्खलन से ग्रामीणों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. आलम ये है कि ग्रामीण जान हथेली पर रखकर पैदल चलने को मजबूर हैं. सड़क के पड़ाव जखोल से धारा गांव को जोड़ने वाला पैदल मार्ग में जगह जगह मलबा आने और भूस्खलन होने से डेंजर जोन बन गया है.ग्रामीण पहाड़ी साइड को पकड़ कर अपने गांव धारा पहुंच रहे हैं. सबसे बड़ी दिक्कत स्कूली छात्र-छात्राओं को है, जो रोजाना गांव से स्कूल जाने के लिए इन डेंजर रास्तों से सफर तय करते हैं. बता दें कि यहां पुरोला से भाजपा विधायक दुर्गेशवर लाल का पैतृक गांव लिवाड़ी भी है. जिसकी तस्वीर भी इन दिनों काफी खतरनाक बनी हुई है.विधायक दुर्गेश्वर लाल के गांव लिवाड़ी और उनके गांव के पास में ही फिताड़ी का मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण परेशान हैं.