उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार मंद पड़ गई है। मगर इस बीच यूरोप व दक्षिण पूर्वी एशिया के कुछ देशों में संक्रमण फिर बढऩे लगा है। जिसे देखते हुए केंद्र ने राज्यों से सतर्क रहने और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और सांस के गंभीर संक्रमण पर निगरानी रखने को कहा है। पर इससे उलट राज्य में कोरोना जांच का ग्राफ तेजी से घट रहा है।
राज्य में कोरोना के आंकड़ों का अध्ययन कर रही संस्था सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल के अनुसार, राज्य में कोरोनाकाल के 105 सप्ताह बीच चुके हैं। हालिया स्थिति का आकलन करें तो संक्रमण के लिहाज से अभी हम सुकून में हैं। पर यह कोरोना का अंत नहीं है। यूरोप व दक्षिण पूर्वी एशिया के कुछ देशों में संक्रमण फिर बढ़ रहा है।