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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 1 Mar 2022 3:24 pm IST


नदी-नालों में कीटनाशक व करंट से मार रहे जलीय जंतु


तापमान बढ़ने के साथ ही क्षेत्र के नदी व गदेरों मे जलीय जीवों का जीवन खतरे में आ गया है। ताज़ा जानकारी के अनुसार अवैध रूप से शिकारी नदी नालों में कीटनाशक प्रयोग कर मछलियों का शिकार कर रहे हैं। लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं रोकने के लिए भाजपा ग्रामीण मंडल पोखरी ने केदारनाथ वन प्रभाग के वन क्षेत्र नागनाथ को पत्र भेजा है।पत्र में कहा गया है कि क्षेत्र में अज्ञात लोगो द्वारा क्षेत्र के गाड गदेरों से लेकर अलकनंदा नदी की सहायक नदी, निगोल नदी मे मछली मारने के लिए बिल्चिग पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है जबकि कुछ लोग तो बिजली के तार से केबिल नदी मे डालकर जलीय जीवों का शिकार कर रहे है इस दौरान करंट मौत की घटनाएं हो चुकी है,लेकिन बिल्चिग पाउडर का इस्तेमाल क्षेत्र के गाड-गदेरो व अधिक निगोल नदी मे किया जाता है। कीटनाशक के चलते जलीय जीवन चक्र बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और जैवविविधता पर भी संकट के बादल छाए है वहीं प्राकृतिक रूप से जल चक्र भी दूषित हो रहा है। भाजपा ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष भंडारी ने कहा निगोल नदी के उद्गम स्थल हापला के हनोली से नीचे कंडारी गांव उत्तरों तक शरारती तत्व लगातार भारी मात्रा मे कीटनाशक/बिल्चिग पाउडर का इस्तेमाल कर जलीय जंतुओ का अस्तित्व समाप्त किया जाता है। उन्होंने वन क्षेत्राधिकारी नागनाथ से क्षेत्र के ग्राम प्रहरी व जनप्रतिनिधयो से सहयोग लेकर जलीय जंतुओ का अस्तित्व खतरे मे डालने वाले लोगो के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गयी है।