हरिद्वार महाकुंभ में श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में पुरुष नागा संन्यासी बनने के बाद अब दो सौ महिलाओं को नागा संन्यासी बनाने के लिए दीक्षा कार्यक्रम शुरू किया गया। अखाड़ों में सिर्फ जूना ही ऐसा अखाड़ा है जो महिला नागा संन्यासी भी बनाता है।
बुधवार को श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के माईवाड़ा में महिला संन्यासियों की संन्यास दीक्षा की प्रक्रिया बिड़ला घाट पर शुरू हुई। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरिगिरि के संयोजन और अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि की देखरेख में महिला संन्यासियों का मुंडन कराया गया।