उत्तराखंड में आई आपदा को जहा 21 दिन हो गए हैं। जिसमे अभी तक लापता 205 लोगों में से 72 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 133 अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू अभियान जारी है, लेकिन टनल में लगातार पानी का रिसाव होने के कारण यहां मलबा हटाने का काम प्रभावित हो रहा है। अब तक मिले शवों में से 41 की शिनाख्त हो चुकी है। वहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ लगातार नदी किनारे और बैराज साइट पर लापता लोगों की तलाश कर रही है।
वही आपको बता दे, शुक्रवार को टनल से मलबा हटाकर एसएफटी (सिल्ट फ्लशिंग टनल) प्वाइंट तक पहुंचा गया था, लेकिन काफी अधिक मात्रा में पानी का रिसाव होने के कारण आगे नहीं बढ़ा जा सका। पानी निकालने के लिए चार पंप लगाए गए हैं लेकिन टनल के अंदर से पानी कम ही नहीं हो रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया का कहना है कि अब तक 38 लोगों को मुआवजा वितरित किया जा चुका है। 12 घायलों और एक परिवार को गृह अनुदान के तहत मुआवजा दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र में शिविर लगाकर अब तक 2288 लोगों का परीक्षण किया जा चुका है। राहत शिविर में अब तक 11247 लोगों को भोजन कराया गया है। वहीं मलारी हाईवे पर रैणी में बीआरओ बैली ब्रिज बनाने में जुटा ह। बैली ब्रिज के दोनों तरफ के एबेटमेंट तैयार कर लिए गए हैं। जल्द पुल बनकर तैयार हो जाएगा।