बागेश्वर। मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप के साथ वीडियो गेम के अधिक प्रयोग से आंखों की नमी कम हो रही है। जिला अस्पताल में महीने में 10-15 लोग ड्राइनेस की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। इसके चलते लोगों को आंखों में खुजली, जलन, सूजन, एलर्जी और लालिमा की समस्या हो रही है।मनुष्य के आंसू कॉर्निया में नमी बनाने के साथ पारदर्शिता बनाने में सहायक होते हैं। ड्राइनेस की समस्या से जूझ रहे लोगों की आंखों में नमी की कमी हो रही है। नेत्र सर्जन डॉ. कल्पना पांडेय ने बताया कि आंखों में ड्राइनेस की समस्या का मुख्य कारण पलकों की झपकने की दर कम हो जाना है।मोबाइल, लैपटॉप या अन्य उपकरणों का प्रयोग करते समय लोग पलकें कम झपकाते हैं। अमूमन एक मिनट में व्यक्ति को 14 बार पलकें झपकानी होती हैं। स्क्रीन से निकलने वाली किरणें भी आंखों को प्रभावित करती हैं। उन्होंने बताया कि दफ्तरों में कंप्यूटर इस्तेमाल करने वाले लोगों को ड्राइनेस की समस्या अधिक होती है। इससे बचने के लिए स्क्रीन को सामने रखने की बजाय नीचे रखना चाहिए जिससे आंखाें और स्क्रीन में निचला कोण बने। हर दो घंटे बाद दस मिनट का रेस्ट लें। आंखों में नमी बनाने के लिए लोग कृत्रिम आंसू का प्रयोग का प्रयोग कर सकते हैं।