ज्योतिष गणना के अनुसार, ग्रहों, नक्षत्रों की स्थिति में परिवर्तन हर राशि के जातकों के जीवन पर पड़ती है। जब दो ग्रहों की युति होती है, तो दोनों ग्रहों का असर होता है। इसी तरह जब दो ग्रह एक साथ ही एक भाव में होते हैं जो उससे भी कोई न कोई योग बनता है। ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह वक्री अवस्था में वृष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। इसके साथ ही शुक्र ग्रह भी वृश्चिक राशि में गोचर कर चुके हैं। ऐसे में मंगल, शुक्र और बुध का समसप्तक योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब दो ग्रह एक-दूसरे के सप्तम भाव में प्रवेश करते हैं तो समसप्तक योग बनता है। ऐसे में कई राशियों के लिए नुकसानदायक तो कई राशियों को जबरदस्त लाभ मिलने वाला है। आइए जानते है समसप्तक योग बनने से किन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ।
इन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ
कन्या राशि
समसप्तक योग इस राशि के जातकों के तीसरे और भाग्य भाव में बन रहा है। ऐसे में कन्या राशि के जातकों के लिए आने वाला समय काफी फायदेमंद साबित होगा। किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। ऐसे में इस राशि के जातक हर एक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे। आय के नए स्रोत खुलेंगे। वैवाहिक जीवन में भी खुशियां ही खुशियां आएगी। लंबे समय से परिवार के बीच चला आ रहा मन मुटाव से समाप्त होगा।
वृश्चिक राशि
समसप्तक राजयोग इस राशि जातकों के लिए फलदायी साबित होगा। बिजनेस के साथ नौकरी में भी लाभ मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे। कोर्ट-कचहरी के मामलों से भी छुटकारा मिलने वाला है। अगर नया कारोबार शुरू करने की सोच रहे है, तो यह समय अच्छा साबित हो सकता है।
मकर राशि
इस राशि के जातकों के लिए भी यह राजयोग काफी लाभकारी साबित होने वाला है। व्यवसाय में भी लाभ के नए रास्ते खुलेंगे। अचानक धन लाभ हो सकता है। कार्यस्थल में भी आपके काम की प्रशंसा होगी।