कोरोनाकाल में मरीजों से निर्धारित से ज्यादा शुल्क वसूलने वाले अस्पतालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। ऐसे अस्पतालों से न केवल रिकवरी की जा रही है बल्कि पैसा लौटाने में आनाकानी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। बता दें इलाज की दरें निर्धारित करने के बाद भी अस्पतालों ने मरीजों से जमकर वसूली की। पीड़ितों की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों पर रिकवरी की कार्रवाई की है। दून में ही 29 अस्पतालों से अब तक डेढ़ करोड़ की वसूली की जा चुकी है। मुख्य चिकित्साधिकारी डाण् मनोज उप्रेती का कहना है कि निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज की दरें तय थी। जिस भी अस्पताल ने ज्यादा पैसा लिया है उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।