कतर जेल से रिहा होकर कैप्टन सौरभ वशिष्ठ मंगलवार रात दून में अपने घर पहुंचे। उन्हें देखते ही उनके माता-पिता भावुक हो गए। कैप्टन सौरभ वशिष्ठ ने कार से उतरते ही पहले माता-पिता को गले लगाया फिर आशीर्वाद लिया।
इस दौरान जोरदार आतिशबाजी और नारेबाजी कर उनका स्वागत किया गया। कैप्टन सौरभ वशिष्ठ ने कहा कि प्रभु के आशीर्वाद से मुझे नई जिंदगी मिली है। उन्हीं की कृपा से आज मैं अपने घर पहुंच सका हूं। कतर के वो दिन अब पीछे हैं। जिंदगी में जो नहीं कर पाया हूं, अब इस नई जिंदगी में उन्हें करूंगा और अपने सपने पूरे करूंगा।