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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 26 Aug 2022 11:01 am IST


क्या सप्लीमेंट्स से सच में कम हो सकता है कैंसर का खतरा ? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ


विशेषज्ञ कहते हैं, एक पुरानी धारणा चली आ रही है कि सप्लीमेंट्स से कैंसर तक के खतरे को कम किया जा सकता है, पर सभी लोगों के लिए यह सही ही हो. ऐसा जरूरी नहीं है। इस शोध ने इस धारणा को खारिज कर दिया है।

अध्ययन में क्या पता चला?- विटामिन-ए और बीटा-कैरोटीन का संयोजन किस प्रकार से कैंसर को जोखिम को बढ़ाने वाला हो सकता है, इसे समझने के लिए शोधकर्ताओं ने 18,314 लोगों पर अध्ययन किया। इसमें धूम्रपान करने और धूम्रपान न करने वाले, दोनों तरह के प्रतिभागी शामिल थे। चार वर्षों तक सभी को प्रतिदिन 30mg बीटा-कैरोटीन और विटामिन-ए की 25,000 IU की मात्रा का सेवन करने को दिया गया। परिणामों की तुलना करने पर, यह पता चला कि धूम्रपान करने वालों और सिगरेट के धुंए के संपर्क में रहने वालों के समूह में कैंसर का जोखिम लगभग 30 प्रतिशत तक बढ़ा हुआ पाया गया।

फेफड़ों के कैंसर का खतरा- द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के अध्ययन में पाया गया कि विटामिन-ए और बीटा-कैरोटीन के संयोजन से धूम्रपान करने वालों या इसके संपर्क में आने वालों में फेफड़ों के कैंसर का खतरा 28 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। आश्चर्यजनक बात यह है कि विटामिन-ए प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है, बीटा-कैरोटीन पौधे से प्राप्त कैरोटीनॉयड है, फिर भी इसके संयोजन के कारण कैंसर को जोखिम पाया गया है।  बीटा-कैरोटीन के आहार स्रोत सुरक्षित हैं और कुछ प्रकार के कैंसर, यहां तक कि हृदय रोग के जोखिम को कम भी करते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि पोषक तत्वों के लिए सप्लीमेंट्स स्रोत से ज्यादा आहार का सेवन सुरक्षित है। बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट्स का सेवन करना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।