कालसी। चमोली जिले की तपोवन घाटी में आई आपदा के दौरान कालसी तहसील निवासी तीन श्रमिक लापता हो गए थे। जिनका अभी तक मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं हो सका है। जिसके चलते पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद भी नहीं मिल पा रही है। बृहस्पतिवार को पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कमलेश भट्ट के नेतृत्व में सामाजिक कार्यकर्ताओं और पीड़ितों ने एसडीएम कालसी संगीता कन्नौजिया से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। एसडीएम ने शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया। कमलेश भट्ट ने बताया कि सात फरवरी 2021 आई आपदा के दौरान प्रोजेक्ट में काम कर रहे संदीप चौहान निवासी पंजिया, हर्ष चौहान निवासी पंजिया और विक्रम सिंह निवासी पाटा समाल्टा लापता हो गए थे।
खोजबीन के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चल सका। कहा कि उपजिलाधिकारी स्तर से इसका प्रकाशन किया जाना था, ताकि लापता श्रमिकों के मृत्यु प्रमाणपत्र जारी हो सकें, लेकिन अब तक ऐसा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि लापता हुए श्रमिक अपने परिवारों के कमाने वाले अकेले थे। उनके परिवार के सामने भरण पोषण का संकट बना हुआ है। सभी की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने शीघ्र मृत्यु प्रमाण जारी कर मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की। इस मौके पर प्रीतम चौहान, बलवीर चौहान, दिलावर सिंह, गजेंद्र चौहान, मातवर चौहान आदि थे।