मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सापरा ने केंद्र सरकार की नमामि गंगे योजना को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना गलत प्लानिंग और भ्रष्टाचार के कारण फेल हुई है। आरोप लगाया कि इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा की अविरलता और निर्मलता को लेकर प्रो. जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद की शहादत हो गई, लेकिन सरकार ने उनकी सुध नहीं ली। ये बातें उन्होंने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के आने पर इसका स्वागत किया था, लेकिन इसमें भ्रष्टाचार करते हुए पूंजीपतियों को काम दिया गया। इस योजना के नाम पर गंगा और गंगापुत्रों के साथ धोखा किया गया। प्रो. जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद ने 111 दिन तक अनशन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को कई चिट्ठियां लिखीं। लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में भी प्रो. जीडी अग्रवाल ने अनशन किया था। मनमोहन सिंह की सरकार में उनकी बात को मानते हुए डैम के कार्य को रोकते हुए इको सेंसिटिव जोन बना दिया गया था। उन्होंने कहा कि हरिद्वार का जिस तरह से विकास होना चाहिए था, उस तरह से नहीं हो पाया है। उन्होंने दावा किया कि इस बार उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। चार धाम, चार काम को लेकर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। प्रेस वार्ता में पूर्व दर्जाधारी फुरकान अली, अरविंद शर्मा, वीरेंद्र श्रमिक आदि शामिल रहे।