देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का विस्फोट होने के बावजूद तीरथ सरकार संपूर्ण लाकडाउन पर फैसला नहीं ले पा रही है। तीरथ कैबिनेट के मंत्रियों से लेकर आला अधिकारियों ने संपूर्ण लॉकडाउन की पैरोकारी की है, लेकिन उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार सीएम तीरथ सिंह रावत को अभी दिल्ली से हरी झंडी नहीं मिली है। उधर, मंत्री हरक सिंह रावत खुलकर संपूर्ण लाकडाउन की पैरोकारी में उतर आए हैं।
प्रदेश में कोरोना के मामले लगभग दस हजार के करीब आने शुरू हो गए हैं। संक्रमण से मौत का आंकड़ा भी डरा देने वाला है। इसके बावजूद सरकार लाकडाउन की दिशा में कदम नहीं उठा रही। अधिकांश मंत्री लाकडाउन के पक्ष में हैं। दो दिन पहले मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की हुई बैठक में सहमति बनी की दस दिन का संपूर्ण लाकडाउन लगाया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ओम प्रकाश और सचिव मुख्यमंत्री अमित नेगी से भी इस संबंध में वार्ता की, लेकिन आखिरी समय में संपूर्ण लाकडाउन की जगह कोविड कर्फ्यू पर ही निर्णय हुआ। सूत्रों को माने तो भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अभी देश में लाकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है। हालांकि चौतरफा दबाव बन रहा है कि संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए न्यूनतम दो सप्ताह का लाकडाउन जरूरी है। गैर भाजपा शासित राज्य इस दिशा में बढ़ रहे हैं, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में जब तक केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंड़ी नहीं मिलती लाकडाउन की संभावना कम है। उत्तराखंड में अभी 10 मई तक कोविड कर्फ्यू की घोषणा है, जिस तरह से मंत्री दबाव बना रहे हैं तो मुख्यमंत्री को इस संबंध में कड़ा फैसला लेना होगा।