लखनऊ: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं डीजीपी डॉ. डीएस चौहान के निर्देशन में यूपी पुलिस प्रदेश में सुशासन व सुरक्षा संवाद नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अपराध पर जीरो टॉलरेंस माफियाओं पर कार्रवाई अपनाई गई है। सफल परिणाम मिले हैं। एनसीआरबी का डेटा कोई भी देख सकता है। प्रदेश की जनसंख्या अधिक है, जिसके अपेक्षा कानून व्यवस्था काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज मामले में साइंटिफिक विवेचना जारी है और अतीक अहमद के नाबालिग बेटे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
एडीजी एलओ ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। महिलाओं का विभाग
में अधिक भागीदारी हो, इसके लिए भर्ती
की जा रही है। विभिन्न रैंकिंमग में वर्ष 2017 के सापेक्ष में ढाई गुना वृद्धि
हुई है। प्रदेश के थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं, जहां महिलाओं की समस्या की सुनवाई होती है। वहां महिला
पुलिसकर्मी समस्या सुनती हैं। पीड़िता के साथ
दुर्व्यवहार न हो, इसलिए सीसीटीवी की
निगरानी होती है।
मिशन शक्ति अभियान के तहत दो स्थानों से शुरू हुई विशेष रैली
प्रशांत कुमार ने बताया कि अक्टूबर, 2020 से मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में विशेष रैली आज दो स्थानों में
शुरू की गई है। यह रैली 22 मार्च
से प्रारंभ होकर दो प्रमुख मार्गों पूरब से पश्चिम में चलेगी। पूरब से सीएम योगी आदित्यनाथ ने रैली का
शुभारंभ बलरामपुर दिविपातन से किया है। रैली का आयोजन महिला एवं बाल सुरक्षा
समन्वय से किया जा रहा है। डीजीपी ने
निर्देश दिए हैं उसी तरह से रूट व्यवस्था बनाई गई है।
उन्होंने बताया कि मार्च, 2022 से अब तक
कोई साम्प्रदायिक घटना नहीं हुई है। हमारी पुलिस
रेस्पॉन्स विहिकल के समय को कम किया गया। आने वाले समय मे
रेस्पॉन्स विहिकल को फेज वाइस बनाया जाएगा। हमारे डिजिटल वॉलेंटियर्स
हैं, उनका भी संहयोग है। विभाग व शासन का उल्लेख सराहनीय है। कोरोना काल में भी प्रदेश में कोई घटना नहीं
होने दी गई। जब बाहर से हमारे
मजदूर लौटे थे तो हमारे त्योहार के समय में भी बेहतर व्यवस्था की गई। माफियाओं के प्रति विशेष अभियान चलाया गया। अब तक 66 माफिया हैं, जिनका अंजश्रवन शासन द्वारा किया जाता है।
माफियाओं के खिलाफ जाति-धर्म देखकर
नहीं की जाती कार्रवाई
एडीजी एलओ ने बताया कि 11 माफिया डीजीपी
मुख्यालय द्वारा अनुश्रवण किया जाता है। 2827 करोड़ 62 लाख रुपये के करीब भूमि
अतिक्रमण मुक्त कराई गई। 1420 अपराधियों पर
कार्रवाई की गई है। अभी 590 मुकदमें
दर्ज किए गए हैं और 506 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए हैं। 12 लोग पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं। 48 सहयोगी माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई को
सिक्योर किया है। प्रदेश के
माफियाओं के चिन्हींकरण में क्षेत्रीय व अन्य बायर्स नहीं हैं। माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई जाति-धर्म से परे
की गई है। इसमें कोई भेदभाव
नहीं किया गया है।
प्रशांत कुमार ने कहा कि दो माफियाओं के
सहयोगियों को मृतुदंड की सजा दी गई है। पिछले छह सालों
में पुलिस की कई कार्रवाई हुई हैं, जिनमें मारे गए बदमाश 179 हैं। 10,814 पर कार्रवाई हुई है। हमारी कार्रवाई के दौरान 15 जवान शहीद हुए हैं और
1500 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 4,900 जवान भी कार्रवाई के दौरान घायल हुए हैं। कठोर कार्रवाई
का परिणाम है एनसीआरबी के लेटेस्ट आंकड़े
के अनुसार क्राइम रेट में 24वें स्थान पर यूपी का नंबर है। हमसे पहले 23 प्रदेश
अपराध की दर में आगे हैं। महिला संबंधी अपराध
में 16वें स्थान पर, दुष्कर्म की
श्रेणी में हमारा स्थान 24वां है।