महाराष्ट्र में सत्ता के लालच में शुरु हुई सियासी लड़ाई अब मर्यादा लांघ रही है। सियासी खींचतान बढ़ती ही जा रही है। इधर, सरकार बनाने को लेकर भाजपा भी सक्रिय हो गई है।
दरअसल भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के बीच मुलाकात की खबरें सामने फैलने के बाद ये खबर भी आयी थी कि, बीती देर रात असम के मंत्री अशोक सिंघल भी शिवसेना के बागी विधायकों से मिलने गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे है। इन सबके बीच असली शिवसेना को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। शिंदे गुट की ओर से बालासाहेब के नाम पर अगल पार्टी का मामला चुनाव आयोग तक पहुंचने की भी संभावना है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच गृह मंत्रालय ने शिवसेना के बागी 15 विधायकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, 15 विधायकों को 'Y+' श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है। इसी बीच महाराष्ट्र के ठाणे में एकनाथ शिंदे गुट के समर्थक भी सड़क पर उतर आए हैं। शिंदे समर्थकों ने रविवार को सीएम उद्धव ठाकरे के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों पर कालिख पोत दी। इसके अलावा शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और विधायकों के खिलाफ शिवसैनिक सड़क पर उतरे। उद्धव ठाकरे के समर्थन में पहले शिवसैनिकों ने बाइक रैली निकाली। इसके बाद जूते मारो आंदोलन भी शुरू किया गया है।