देहरादून: नई पीढ़ी को पारंपरिक वाद्य यंत्रों के सुर-ताल का ज्ञान देने को जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण विशेष प्रयास करने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने दून में जागर ढोल सागर इंटरनेशनल एकेडमी खोलने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि संगीत में रुचि रखने वाले छात्रों को दून में पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन सीखने का मौका मिलेगा। साथ ही जागर ढोल सागर इंटरनेशनल एकेडमी से निशुल्क प्रशिक्षण लेने के लिए इच्छुक युवा आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एकेडमी का उद्देश्य प्रदेश की लोक संस्कृति, जागर, ढोल सागर जैसी विधाओं को बचाना है। बता दें, एकेडमी का शुभारंभ 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर मुख्य अतिथि करेंगे।