चार दशक से लगभग हर कुंभ के शाही स्नान पर होते रहे हादसे, इस बार नहीं आई कोई बाधा न ही हुआ हादसा
राजेश शर्मा
हरिद्वार। हरिद्वार में होने वाला महाकुंभ 2021 इस बार पूरी तरह निर्विघ्नं और कुशलता पूर्वक संपन्न हो गया। मेला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के लिए कोरोना के संक्रमण के बीच हो रहे इस कुंभ मेले को सकुशल संपन्न कराना बहुत बड़ी चुनौती था। खास बात यह थी कि 14 अप्रैल को होने वाले मुख्य साही स्नान पर कोई हादसा ना हो ऐसी रणनीति बनाई जाए, अंततः कुंभ मेला प्रशासन तमाम चुनौतियों, आलोचनाओं, प्रशंसा और रणनीति बनाते हुए मेले को सकुशल संपन्न कराने में सफल रहा। इतिहास गवाह है कि 1974 में हुए कुंभ से लेकर 2010 तक ऐसा कोई भी कुंभ नहीं गया जिसमें कोई ना कोई हादसा न हुआ हो।
2010 के कुंभ में भी जब पूरा मेला सकुशल बीत रहा था अंतिम दिन बिरला पुल पर अचानक भगदड़ मच जाने से 7 लोगों की मौत हो गई थी, इससे पहले कभी भी तो कभी 52 लोग हादसों का शिकार हुए। गायत्री कुंभ सोमवती अमावस्या जैसे आयोजन भी बिना हादसों के संपन्न नहीं हो पाए लेकिन इस बार शुरू से ही कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत और मेला आईजी संजय गुंज्याल के कुशल नेतृत्व में प्रशासन ने ऐसी रणनीति बनाई की चार दशकों बाद कुंभ के शाही स्नान के माथे से हादसे का काला टीका हट गया। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का मार्गदर्शन तथा विभिन्न संस्थाओं से जुड़े अनुभवी लोगों से की गई सलाह मशविरा और उन्हें अपने कार्य योजना में शामिल करके प्रशासन ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है ।
हरिद्वार प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष आदेश त्यागी का कहना है कि प्रशासन ने जो भी कार्य योजना बनाई और उसे प्रभावी ढंग से लागू किया इसका यह परिणाम रहा कि कुंभ मेला सकुशल संपन्न हुआ।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष दीपक नौटियाल और महामंत्री धर्मेंद्र चौधरी ने इसे ऐतिहासिक कल बताया और कहा कि जिन चुनौतियों के बीच यह मेला संपन्न हुआ है उन स्थितियों में यह उपलब्धि बहुत बड़ी है। जाने-माने समाजसेवी और उद्योगपति यूसी जैन ने भी कुंभ मेला सकुशल संपन्न कराने पर मेला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को बधाई दी है। कुंभ मेले को लेकर उत्तराखंड की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार लगातार निशाने पर रहती थी लेकिन नई सरकार जिसके कार्यकाल में कुंभ मेला संपन्न हुआ उसके हिस्से में उपलब्धियों का एक बड़ा अध्याय जुड़ गया है।
कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत और आईजी संजय गुंज्याल ने मेले के सकुशल संपन्न होने का श्रेय सभी संत महात्माओं श्रद्धालुओं, व्यापारियों शहर की जनता तथा सहयोग करने वाले सभी संगठनों के प्रतिनिधियों को दिया है। दोनों अधिकारियों का कहना है कि बिना जन सहयोग के इतने बड़े आयोजन सकुशल संपन्न हो ही नहीं सकते।