पिथौरागढ़-आखिरकार दो माह के लंबे इंतजार के बाद चीन सीमा के साथ ही माइग्रेशन वाले गांवों को जोड़ने वाले मिलम-दुंग पैदल रास्ते पर क्षतिग्रस्त कठ पुल का निर्माण हो गया है। इस पुल के बनने के बाद माइग्रेशन वाले ग्रामीणों की आवाजाही सुगम हो जाएगी। दो माह पूर्व चिमलधार के पास बलुवाबगड़ में बना काठ का पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। आवाजाही का दूसरा विकल्प न होने से साई पोलो, बुई, पातो सहित माइग्रेशन वाले गांवों तक पहुंचने के लिए लोगों को जान जोखिम में डालनी पड़ रही थी। लोगों की शिकायत पर आखिरकार लोनिवि ने इस क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण कर उन्हें राहत पहुंचाई है। पुल निर्माण होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।