चम्पावत: विकास खंड लोहाघाट के इड़कोट गांव में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर। जलसंस्थान की लापरवाही से खुले पेयजल टेंक से निकल रहे हैं मवेशियों के कंकाल। ग्रामीणों ने जल्द विभाग से टेंक को ढकने की मांग उठाई है। उन्होंने समस्या का समाधान न होने पर आचार संहिता के बाद आंदोलन करने की रणनीति बनाई। ग्रामिणों ने कहा कि जलसंस्थान की लापरवाही के चलते गांव में अशुद्ध पेयजल के कारण महामारी फैलने की पूरी आशंका हो गई है। उन्होंने बताया कि जल संस्थान ने पेयजल लाइन के लिए टेंक तो बनाए लेकिन वहां पर बगैर छत के कारण टेंक के अंदर चूहे, छिपकली, चमकादड़ आदि के कंकाल दिख रहे हैं। दूषित पानी पीने से गांव में पीलिया, टाइफाइड आदि हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द उनकी समस्या का समाधान न किया गया तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।