उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने लोक कलाकारों की समस्याओं को राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए रविवार को दो घंटे का मौन उपवास रखा। उनकी मांग है कि राज्य सरकार आगामी बजट में लोक कलाकारों के लिए भी मदद की व्यवस्था करे। हरीश रावत ने मौन उपवास ओल्ड मसूरी रोड स्थित अपने आवास पर सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक रखा। उपवास के बाद उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से प्रदेश के लोक कलाकार खाली बैठे हैं। बड़े सामूहिक आयोजन नहीं होने के कारण उन्हें काम नहीं मिल रहा। इससे उनके समक्ष अपने और परिवार के भरण-पोषण का भी संकट खड़ा हो गया है। वहीं, सरकार ने कलाकारों के लिए सिर्फ एक हजार रुपये मदद की घोषणा की, जो ऊंट के मुंह में जीरा की तरह है। उनका कहना है कि इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए उन्होंने यह उपवास रखा था।