लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने का लक्ष्य उत्तर प्रदेश के वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के रास्ते से होकर ही गुजरेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से उत्तर प्रदेश में किये जा रहे प्रयासों को लेकर पहली शोध पुस्तिका का विमोचन आगामी 16 अगस्त को शाम साढ़े 4 बजे नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के कन्वेंशन सेंटर में किया जाएगा।
जेएनयू प्रोफेसर पूनम कुमारी द्वारा संपादित मूलत: अंग्रेजी
में ''योगी ऐट वन
ट्रिलियन ड्राइव : एक्सलरेटिंग यूपी टू ए ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी'' और इसके हिन्दी
अनुवादित शोध पुस्तिका ''योगी ऐट ट्रिलियन
अभियान: उत्तर प्रदेश सुदृढ़ अर्थव्यवस्था की ओर'' का विमोचन केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल डॉ वीके
सिंह करेंगे। इस दौरान इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स के अध्यक्ष प्रो
रामबहादुर राय, दिल्ली
विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेज प्रो बलराम पाणि, जेएनयू की कुलपति प्रो शांतिश्री डी. पंडित और
एस एटेंसी रिसर्च सेंटर, बैंगलूरु के
निदेशक संजीव निश्त्तल मौजूद रहेंगे।
शोध पुस्तिका में इस बात पर डाला गया प्रकाश
शोध पुस्तिका में देश और दुनिया के चोटी के प्रोफेसर्स
द्वारा अपने शोध से इस बात पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है कि कैसे मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री के
विजन को मिशन के रूप में लेते हुए ना केवल उत्तर प्रदेश को लेकर देश-दुनिया के
परसेप्शन को बदल रहे हैं,
बल्कि 2027 तक यूपी को वन
ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने के उनके लक्ष्य का भी इसमें सूक्ष्मता के साथ परीक्षण
किया गया है।