नैनीताल : राज्य में दूसरी सबसे पुरानी नगर पालिकाओं में शुमार नैनीताल पालिका बुरे दौर से गुजर रही है। सेवारत व रिटायर कर्मचारियों के वेतन-पेंशन के भुगतान में कभी सांप टेढ़ा तो कभी बिल टेढ़ा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। आलम यह है कि केंद्रीयकृत कर्मचारियों के पद रिक्त होने की वजह से कर वसूली प्रभावित हो रही है तो वेतन-पेंशन के अलावा कूड़ा वाहनों के लिए डीजल पेट्रोल के बजट उपलब्ध होने के बाद चेक काटने में पेंच फंस गया है।