चमोली- मालकोट-सेरा-तेवाखर्क सड़क निर्माण की मांग को लेकर संघर्ष समिति के लोगों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए भराड़ीसैंण जाने का प्रयास किया, लेकिन दुगथमा बैरियर पर सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इससे गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को ज्ञापन दिया।
मालकोट, सेरा, तेवाखर्क के ग्रामीण 26 जनवरी से श्रमदान कर सड़क बना रहे हैं। सड़क के लिए ग्रामीणों की ओर से क्रमिक अनशन भी किया गया। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो मंगलवार को करीब 40 लोग जिपंस अवतार पुुंडीर की अगुवाई और दयाल सिंह के नेतृत्व में मांग को लेकर मुख्य सचिव ओमप्रकाश से लोनिवि के अतिथि गृह में मिले। मुख्य सचिव ने ग्रामीणों की मांग पर विचार कर आगे की कार्यवाही का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने विस भवन भराड़ीसैंण कूच किया। इस पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि ग्रामीण 36 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, फिर भी उनकी सुध लेने कोई भी मंत्री/अधिकारी नहीं आया। इस दौरान सेरा की प्रधान हेमादेवी, हुकम सिंह, कमला, इंद्रा, पार्वती, कलावती, अंजू, शांति , कुंवर राम, वीरेंद्र, अवतार, सुला, रीता, हंसी देवी, लीला देवी और गोमती आदि मौजूद थे।