केंद्रीय जीएसटी की टीम ने रुड़की की मैसर्स अस्का इक्विपमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी की। यहां करीब पांच करोड़ की कर चोरी पकड़ी गई है। केंद्रीय जीएसटी आयुक्त देहरादून दीपांकर ऐरन की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक,यह फर्म पोर्टेबल इंफ्लेटएबल लाइटिंग सिस्टम, लाईटिंग टॉवर, वाटर बेस्ड फायर एक्सटिंगशर, पोर्टेबल फायर एक्सटिंगशर आदि बनाती है। इस फर्म के खिलाफ जांच शुरू की गई। शुरुआती जांच में यह प्रतीत हो रहा है कि दिल्ली स्थित एक जाली फर्म अमन एंटरप्राइज की ओर से जारी की गई इनवॉइस के आधार पर माल की आपूर्ति किए बिना, जाली तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया गया। सीजीएसटी की टीम ने कंपनी के व्यापारिक परिसर और फर्म के निदेशकों अशोक गर्ग व आशीष गर्ग के आवासों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान विभिन्न दस्तावेज प्राप्त हुए तथा सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 70 के तहत निदेशकों के बयान भी दर्ज किए गए। पूछे जाने पर अस्का इक्विपमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अशोक गर्ग ने लगभग 3.90 करोड़ की जीएसटी लाइबिलिटी का भुगतान किया। सीजीएसटी की टीम ने यहां चार करोड़ 96 लाख रुपये कर चोरी पकड़ी। आपको बता दें कि इस वित्तीय वर्ष में सीजीएसटी ने 55 करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी है और 16 करोड़ की वसूली की है।