चंपावत-30 मई को मोदी सरकार के दो साल पूरे हो गए। इस दूसरे कार्यकाल का बड़ा हिस्सा कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ा। लेकिन क्षेत्र के सांसद इस दौरान लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने में नाकाम रहे। न तो उन्होंने कोरोना पीड़ितों की सुध ली और न ही जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के कोई कारगर उपाय। अलबत्ता कोरोना से बचाव के लिए सांसद निधि से पिछले वित्त वर्ष में 37 लाख रुपये जरूर दिए।