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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 8 Oct 2022 8:30 am IST


जानिए क्यों मनाया जाता है करवा चौथ, क्या है इस व्रत के पीछे छिपा कारण


आगामी 13 अक्टूबर को देशभर में करवा चौथ का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति के दीर्घायु के लिए और परिवार के कल्याण के लिए यह निर्जला व्रत रखती हैं। हिन्दू धर्म में इस व्रत का चलन प्राचीन काल से चला आ रहा है। मान्यता है कि करवा चौथ व्रत का विधि-विधान से पालन करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और भगवान से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। लेकिन क्या आप इस पर्व के पीछे की वजह जानते हैं? अगर नहीं तो आइए जानते हैं।

क्या है करवा चौथ मनाने के पीछे छिपा कारण 
मान्यताओं के अनुसार जब यमराज पतिव्रता सती सावित्री के मृत पति सत्‍यवान को लेने धरतीलोक पर आए थे। तब माता सावित्री ने यमराज से अपने पति को जीवनदान देने की प्रार्थना की थी। लेकिन यमराज अपने कर्तव्यों के आगे विवश थे इसलिए उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। लेकिन सावित्री लम्बे समय तक अपने पति के मृत शरीर के साथ अन्न-जल त्याग कर बैठी रहीं और विलाप करती रहीं। अपने पति के प्रति ऐसा अपार प्रेम देखकर यमराज से रहा नहीं गया और उन्होंने सावित्री से वर मांगने के लिए कहा। तब सावित्री ने उनसे कई बच्चों की मां बनने का वर मांगा। पतिव्रता होने के कारण यमराज को उनके हठ के आगे झुकना पड़ा और सत्यवान को जीवन दान दिया। तभी से सुहागिन महिलाएं करवा चौथ व्रत का अनुसरण करती हैं और चन्द्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं।

महाभारत से भी जुड़ी है इस व्रत की कथा
करवा चौथ व्रत से एक यह कथा भी प्रचलित है कि जब अर्जुन नीलगिरी पर्वत पर तपस्या के लिए चले गए थे और पांडव समस्याओं का सामना कर रहे थे। तब द्रौपदी ने भगवान श्री कृष्ण से सहायता की गुहार की। इसपर भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को करवा चौथ व्रत रखने का सुझाव दिया। द्रौपदी ने भगवान श्री कृष्ण की बात मानी और इस व्रत का विधिवत पालन किया। इसके फलस्वरूप अर्जुन सकुशल तपस्या से वापस आए और सभी पांडवों की भी समस्याएं खत्म हो गई।