पिथौरागढ़ बंगापानी तहसील के घरूड़ी गांव के बच्चे अस्थायी ट्रॉली पर बैठकर उफनाई गोरी नदी पार करके स्कूल जाने के लिए मजबूर हैं। अभिभावक भी बच्चों के भविष्य के लिए अपने कलेजे पर पत्थर रखकर उन्हें स्कूल भेजते हैं और अपने लाल के सकुशल लौटने तक चिंता लगी रहती है। इसके बावजूद शासन-प्रशासन को बच्चों और अभिभावकों का दर्द नहीं दिख रहा है।वर्ष 2020 में गोरी नदी के उफान पर आने से घरूड़ी गांव को जोड़ने वाली ट्रॉली क्षतिग्रस्त हो गई थी। नदी पर निर्माणाधीन पुल के अपरमेंट भी बह गए थे। ग्रामीण ने पुल और ट्रॉली निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से गुहार लगाई, जब सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने चंदा करके क्षतिग्रस्त ट्रॉली को सही कराया। स्कूल खुलने पर गांव के करीब 10 बच्चे इसी ट्रॉली के जरिये नदी पार करके बंगापानी और बरम के स्कूलों में पढ़ने जाते हैं।