Read in App


• Thu, 8 Feb 2024 5:30 pm IST


पानी के लिए तरस रहे गुंजी के ग्रामीण , जमे पानी को पिघलाकर पेयजल संकट का कर रहे सामना


पिथौरागढ़ : धारचूला में साढ़े बारह हजार की फुट पर बर्फ फिर भी गुंजी के ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे है। पानी के लिए ग्रामीणों के साथ ही सैन्य कर्मियों को बड़े संकट से जूझना पड़ रहा है।उच्च हिमालयी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इस समय गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहां रहने वाले लोग और सैन्य कर्मी बर्फ से जमे पानी को पिघलाकर प्रयोग कर रहे हैं। गुंजी सरपंच लक्ष्मी गुंज्याल ने बताया कि जल निगम की 65 लाख की नचेती योजना गुंजी से नौ किमी दूर से बनाई गई है। इस योजना के बाद भी गुंजी के ग्रामीण, सेना, आईटीबीपी, एसएसबी, ग्रिफ के अधिकारी और जवानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। पिछले हफ्ते भारी हिमपात के कारण अधिकतर प्राकृतिक स्रोत से जम गए जिस कारण स्थानीय लोगों के साथ सुरक्षा बलों को अन्य पेयजल स्रोत पर निर्भर रहना पड़ रहा है। सरपंच ने प्रशासन और विभाग से मांग की है कि स्रोत के पास टंकी का निर्माण किया जाए। सामाजिक कार्यकर्ता भूपेंद्र सिंह गुंज्याल ने बताया कि वर्तमान समय में गुंजी में 100 से अधिक ग्रामीण सड़क निर्माण कार्य में लगे गांव की पेयजल योजना में पानी नहीं आने से परेशान हैं। उनका कहना है कि ग्रामीणों के अनुरोध पर ग्रिफ के ओसी के निर्देश में टैंकर से पानी आपूर्ति की जाती है जिसे नियमित रखा जाना चाहिए।