रुड़की। पंचशील काली मंदिर में चल रहे विवाद के मद्देनजर एक पक्ष ने भाजपा से जुड़े लोगों पर राजनैतिक संरक्षण में मंदिर पर कब्जा करने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।
कब्जा हटाने के लिए गठित की गई कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि यह कमेटी एक दल विशेष की है। जिसके जरिए भाजपा मंदिर पर कब्जा करना चाहती है।
गंगनहर किनारे प्राचीन पंचशील काली मंदिर में पिछले करीब दो माह से अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर विवाद चल रहा है। प्रशासन की ओर से मंदिर परिसर में किए गए कब्जे को हटाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई सामाजिक व्यक्तियों को भी शामिल किया गया था। कमेटी सदस्यों की देखरेख में विगत करीब एक माह से मंदिर परिसर से कब्जा हटाए जाने का काम चल रहा है। कमेटी की ओर से कहा जा रहा है कि मंदिर को पुराने स्वरूप में स्थापित किया जाएगा। वहीं, कब्जा हटाए जाने के दौरान कमेटी सदस्यों और वहां पर रहे लोगों के बीच मारपीट हो गई थी। जिसमें एक महिला द्वारा कमेटी सदस्यों पर मिर्च डालने की वीडियो वायरल हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी विवाद को लेकर रविवार को किसान मजूदर संगठन सोसायाटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महक सिंह सैनी, सामाजिक कार्यकर्ता दीपक लाखवान, दिनेश धीमान, विजय शर्मा के अलावा परिसर में रह रही वंदना शर्मा, नीलम शर्मा, जयश्री एवं जीवन प्रसाद शर्मा आदि ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कमेटी में गलत लोगों को शामिल किया गया है। इनमें कई भाजपा कार्यकर्ता हैं। आरोप लगाया कि गैर कानूनी तरीके से सालों से रह रहे परिवार को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है।