हरिद्वार,। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कुंभ मेला प्रशासन पर दूसरे शाही स्नान पर भीड़ नहीं होने के बावजूद स्थानीय लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया है। प्रैस को जारी बयान में डा.नीरज सिंघल ने कहा कि दूसरे शाही स्नान पर मेला प्रशासन द्वारा जगह-जगह बैरिकेड व प्रतिबंध लगाकर लोगों को परेशान किया गया। पास होने के बावजूद व्यापारियों को दुकानों तक व शहर के आम लोगों को उनके घर तक जाने के लिए लंबे चक्कर कटवाए गए। प्रशासन द्वारा घोषित सिटी बसें भी कहीं दिखाई नहीं दी।
स्नान के लिए आए बुजुर्गो, महिलाओं व बच्चों को पैदल ही लंबी दूरी नापनी पड़ी। जगह-जगह तैनात पुलिसकर्मियों ने लोगों की समस्या सुनने के बजाए दुव्र्यवहार किया। उच्चाधिकारियों द्वारा अधीनस्थों को दी गयी सीख का भी कहीं असर दिखाई नहीं दिया। भारी भरकम एसओपी लागू होने के चलते बेहद कम संख्या में श्रद्धालु सोमवती अमावस्या पर हुए दूसरे शाही स्नान में पहुंच पाए।
यात्रीयों के नहीं आने से पहले से ही मंदी व कोरोना की मार झेल रहे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। कोरोना की मार झेल रहे व्यापारियों को आशा थी कि कुंभ में कारोबार अच्छा चलेगा। लेकिन अपनी कमी छुपाने में लगे मेला प्रशासन ने व्यापारियों व श्रद्धालुओं को निराशा के भंवर में डुबो दिया है। जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि सोमवती अमावस्या के शाही स्नान पर हरिद्वार को यात्री विहीन कर मेला प्रशासन ने व्यापारियों को भूखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है। कोरोना महामारी के नाम पर प्रशासन के निर्णयों के चलते पिछले एक वर्ष से हरिद्वार का व्यापारी पहले से ही मंदी की मार झेल रहा है।
यात्रीयों पर निर्भर हरिद्वार का व्यापार पूरी तरह चैपट हो चुका है। व्यापारियों को कुंभ से जो उम्मीदें थी वह भी नाउम्मीदी में बदल चुकी है। वरिष्ठ व्यापारी नेता तेज प्रकाश साहू ने कहा कि आज प्रशासन नाकामियों के कारण व्यापारी भुखमरी की कगार पर है। 2021 कुंभ प्रशासन की नाकामी के रूप में इतिहास में दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कुछ कहते हैं। उच्चाधिकारी कुछ कहते हैं। मेला प्रशासन के अधिकारी कुछ और करते हैं। इससे साफ है कि शासन व प्रशासन में आपसी समन्वय की कमी है। जिसके चलते स्थानीय लोगों व व्यापारियों को भारी असुविधाओं का सामना कुंभ में करना पड़ रहा है।