हरिद्वार। राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता चौधरी देवपाल सिंह राठी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए पिछले एक माह से बहादराबाद टोल प्लाजा पर चल रहे किसान यूनियन के धरने पर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया। इस दौरान चौधरी देवपाल राठी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लागू किए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन उद्योगपतियों के इशारे पर काम कर रही असंवदेनशील केंद्र सरकार आंदोलनरत किसानों की सुध लेने को भी तैयार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में तीनों कृषि कानूनों के पास होने से पहले ही अडानी ग्रुप ने देश मे कई जगह बड़े बड़े गोदामो का निर्माण कर दिया। जो सैकड़ों एकड़ में फैले हैं। पहले गोदाम बनना व बाद में कृषि कानून पास होना कोई इत्तफाक नही है। बल्कि सरकार और पूंजीपतियों की मिलीभगत है। कृषि कानूनों को निरस्त कराने के लिए देश भर के किसान पिछले कई माह से दिल्ली के चारो ओर बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। जिसमे अब तक पांच सौ से अधिक किसान अपनी शहादत दे चुके है। लेकिन देश के प्रधानमंत्री या सरकार के किसी मंत्री ने उनके प्रति कोई शोक तक प्रकट नही किया। सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति गम्भीर नही है। इस दौरान हरपाल सिंह, निरंकार सिंह राठी, रकम सिंह, कृष्णकुमार पुनिया, काजी चांद आदि मौजूद रहे।