हरिद्वार: विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के दो दिवसीय अधिवेशन में धर्मांतरण से लेकर ज्ञानवापी, हिंसा व युवाओं के पयालन का मुद्दा छाया रहा। इस दौरान संतों ने परिवारों को भी एकजुट करने की बातों पर विचार-विमर्श किया। अधिवेशन में पूरे देश के संत मौजूद रहे। अधिवेशन में कुटुंबजन, मठ-मंदिरों पर भी चर्चा की गई।उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला में स्थित निष्काम सेवा भवन में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल का दो दिवसीय अधिवेशन शुरू हुआ। अधिवेशन की अध्यक्षता जगदगुरु मध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ व संचालन केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने किया। अधिवेशन में विहिप के महामंत्री मिलिंद परांडे ने विहिप की वर्ष भर की गतिविधियों और उपलब्धियों को उपस्थित धर्माचार्यों के समक्ष रखा।